क्षणिकाएं

कुछ कहानियाँ हैं
कुछ क़िस्से भी हैं
कागज़ भी है
कलम भी है
यादें भी है
बहार भी है
बिछुड़न भी है
तड़पन भी है
प्रेम भी है
बिरह भी है

“मल्हार”

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