“भूल गया जो मै ख़ुद को”

भूल गया जो मै खुद को तुझको पाकर
ये क्या कर बैठा दिल मेरा तुझपे आकर,
बस गये जो तुम मेरे इस दिल में आकर
मर न जाऊँ कहीँ मै इतनी ख़ुशी पाकर,
तूने ये क्या कर दिया दिल में मेरे आकर
अब तोड़ो ना दिल इस तरह से जाकर,
ख़ुदा मिल गया था जैसे तुझको पाकर
बता अब क्या कहूँ में ख़ुदा के घर जाकर,
पूछे जो क्यों भूल गया था किसी को पाकर
तू ही कुछ राह सूझा जा वापिस आकर,
कैसे बताऊँ मिल गया था क्या तुझको पाकर
ख़ुदा ही रूठ गया मेरा तो जैसे तेरे जाकर,
ये क्या कर बैठा दिल मेरा तुझपे आकर
ख़ुदा ही रूठ गया मेरा तो जैसे तेरे जाकर,
खुद को भुला बैठा जो में तुझको पाकर
ख़ुदा के लिए यादें ले जा ये अपनी आकर,
खुद को भुला बैठा जो में तुझको पाकर
ये क्या कर बैठा दिल मेरा तुझपे आकर
“मल्हार”

“तेरा साथ” रोहित डोबरियाल “मल्हार”

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